Urgent Update: Rising HMPV Virus Cases in India – Protect Yourself

हाल ही में चीन में HMPV Virus की वजह से हाहाकार मचा हुआ है। सोशल मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, चीन के अस्पतालों और श्मशान घाटों पर भारी भीड़ देखी जा रही है। सवाल उठता है कि हमें इस वायरस से कितना सतर्क रहना चाहिए, क्योंकि देखते ही देखते एचएमपीवी वायरस ने भारत में भी अपने पांव पसारने शुरू कर दिए हैं।

Urgent Update: Rising HMPV Virus Cases in India - Protect Yourself


HMPV Virus Cases in India Updates

भारत में HMPV Virus का पहला मामला

भारत में HMPV Virus का पहला मामला 6 जनवरी को कर्नाटक में सामने आया था। एक 8 महीने का बच्चा इस वायरस से संक्रमित पाया गया। 6 जनवरी को देश के पांच राज्यों में कुल छह मामले दर्ज किए गए थे।

भारत में एचएमपीवी वायरस के मामले

पांच दिनों में एचएमपीवी वायरस के कुल 16 मामले सामने आ चुके हैं। हालांकि, इस वायरस से भारत में अभी तक किसी की मौत नहीं हुई है, लेकिन जिस तेजी से वायरस फैल रहा है, यह चिंता का विषय है। HMPV Virus Cases in India को नियंत्रित करने के लिए सरकार ने कदम उठाने शुरू कर दिए हैं।

सरकार के कदम

केंद्र सरकार ने देश के तमाम राज्यों को इनफ्लुएंजा लाइक इलनेस (ILI) और सीवियर एक्यूट रेस्पिरेटरी इन्फेक्शन (SARI) जैसी सांस की बीमारियों की निगरानी बढ़ाने और एचएमपीवी को लेकर जागरूकता फैलाने की सलाह दी है। साथ ही, सरकार आईसीएमआर और एचएमपीवी की जांच करने वाली लैब की संख्या बढ़ाने पर भी काम कर रही है। गुजरात में सबसे ज्यादा चार मामले हैं और गुजरात सरकार ने अस्पतालों में आइसोलेशन वार्ड बनाना शुरू कर दिया है।

सावधानी और सुरक्षा

पंजाब में संक्रमण का एक भी मामला नहीं है, लेकिन पंजाब सरकार ने बुजुर्ग और बच्चों को मास्क पहनने की सलाह दी है। हरियाणा सरकार ने स्वास्थ्य विभाग को संक्रमण के मामलों पर निगरानी रखने के आदेश दिए हैं। HMPV Virus Cases in India बढ़ने के साथ ही सर्दी जैसे लक्षण, लगातार खांसी, गले में खराश और नाक बहना आम हो गए हैं।

कैसे बचाव करें

HMPV Virus के संक्रमण से बचने के लिए निम्नलिखित सावधानियां बरतनी चाहिए:

  1. खांसी या छींक आने पर अपने मुंह और नाक को रुमाल या टिशू पेपर से ढकें।
  2. सफाई का विशेष ध्यान रखें और अपने हाथों को साबुन या सैनिटाइजर से बार-बार साफ करें।
  3. भीड़भाड़ वाले स्थानों से बचें और यदि आपको बुखार या खांसी है, तो सार्वजनिक स्थानों पर न जाएं।
  4. घर में वेंटिलेशन की उचित व्यवस्था रखें और बीमार होने पर घर पर ही रहें।
  5. पौष्टिक भोजन का सेवन करें और पर्याप्त पानी पिएं।
  6. टिशू पेपर और रुमाल का दोबारा उपयोग न करें।
  7. बीमार लोगों के साथ संपर्क न रखें और उनकी इस्तेमाल की गई वस्तुओं से दूर रहें।
  8. अपनी आंख, नाक और मुंह को बार-बार न छूएं।
  9. सार्वजनिक स्थानों पर न थूकें और बिना चिकित्सक की सलाह के दवाइयों का सेवन न करें।

गंभीर संक्रमण और जोखिम

एचएमपीवी के गंभीर संक्रमण में निमोनिया और ब्रोंकाइटिस का खतरा बढ़ जाता है। यह वायरस एक साल से लेकर 15 साल तक के बच्चों में अधिक फैल रहा है। HMPV Virus बच्चों में तेजी से बढ़ रहे हैं, जिससे बच्चों को घर से बाहर निकलने में सावधानी बरतनी चाहिए।

इम्यून सिस्टम और खासतौर पर सावधानी

डायबिटीज वाले मरीजों को इस वायरस से खास सावधानी बरतनी चाहिए, क्योंकि उनकी इम्युनिटी कम होती है। उन्हें अपने शुगर को नियंत्रित रखना चाहिए और भीड़भाड़ वाले स्थानों से बचना चाहिए।

एचएमपीवी वायरस से बचाव के लिए आवश्यक सावधानियों का पालन करना ही सबसे अच्छा तरीका है। HMPV Virus Cases in India बढ़ रहे हैं, लेकिन जागरूकता और सावधानी से हम इस वायरस से सुरक्षित रह सकते हैं।

अंत में

सरकार और जनता दोनों की जिम्मेदारी है कि वे इस वायरस से निपटने के लिए हर संभव प्रयास करें और HMPV Virus Cases को कम करने में योगदान दें। सुरक्षित रहें और स्वच्छता का पालन करें।


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FAQ’S

What is the first reported case of HMPV Virus in India?

HMPV Virus in India was on January 6 in Karnataka, involving an 8-month-old child

How many HMPV Virus cases have been reported in India within five days?

16 cases.

Which Indian state has the highest number of HMPV Virus cases?

Gujarat, with four cases.

What symptoms are associated with HMPV Virus infection?

Cold-like symptoms, cough, sore throat, runny nose, fever, and breathing issues.

What precautions should be taken to prevent HMPV Virus infection?

Cover mouth/nose, maintain hygiene, avoid crowds, stay home if sick.

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