Kannauj Railway Accident: शनिवार को कन्नौज रेलवे स्टेशन पर एक दर्दनाक हादसा हुआ, जब निर्माणाधीन दो मंजिला भवन का लैटर गिर गया। इस दुर्घटना में करीब 45 से ज्यादा मजदूर दब गए, जिससे अफरा-तफरी मच गई। आनन-फानन में लगभग 25 मजदूरों को निकाल लिया गया, लेकिन कई मजदूर अभी भी मलबे के नीचे दबे हुए हैं और उन्हें निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है।
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Kannauj Railway Accident Live Updates:
हादसे की स्थिति
बताया जा रहा है कि केंद्र सरकार की अमृत भारत योजना के तहत रेलवे स्टेशनों को हवाई अड्डों की तर्ज पर विकसित किया जा रहा है। इस दौरान यह हादसा हुआ। घटना इतनी भयंकर थी कि मजदूरों को हिलने तक का समय नहीं मिला और चंद सेकंड में लेंटर के नीचे दब गए। आसपास के लोगों ने यह नजारा देखकर तुरंत राहत कार्य शुरू कर दिया।
राहत और बचाव कार्य
हादसे के बाद स्थानीय लोगों ने बिना किसी प्रशासनिक मदद के खुद ही राहत बचाव कार्य में जुट गए। घायलों को तुरंत ऑटो और अन्य वाहनों से अस्पताल पहुंचाया गया। एंबुलेंस के इंतजार का वक्त नहीं था, इसलिए स्थानीय लोगों ने जो भी वाहन मिला, उससे घायल मजदूरों को अस्पताल पहुंचाने की कोशिश की। प्रशासनिक टीम भी मौके पर पहुंचकर राहत और बचाव कार्य में शामिल हो गई।
स्थानीय निवासी का बयान
वहां के एक लोकल निवासी ने घटना के बारे में बताया कि ठेकेदार की लापरवाही के कारण यह हादसा हुआ। अगर शटरिंग मजबूत होती तो शायद यह हादसा नहीं होता। घटना के दौरान वह प्लेटफार्म नंबर दो से गुजर रहे थे, तभी उन्होंने कुछ आवाज सुनी और मुड़कर देखा तो मजदूर चीख पुकार कर रहे थे और भवन ढह रहा था।
प्रशासन की प्रतिक्रिया
प्रशासन की तरफ से राहत और बचाव कार्य तेजी से चल रहा है। लगभग 17-18 मजदूरों को बाहर निकाला गया है, जिनमें से तीन-चार की हालत गंभीर है। स्थानीय लोगों ने भी बढ़चढ़कर राहत कार्य में हिस्सा लिया। प्रशासन की टीम अभी भी मौके पर मौजूद है और बचाव कार्य जारी है।
नेताओं की प्रतिक्रिया
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया के जरिए प्रतिक्रिया देते हुए लिखा, “कन्नौज में रेलवे निर्माण की दुर्घटना में राहत कार्य तेज किया जाए। सरकार घायलों को अच्छे से अच्छा उपचार उपलब्ध कराए और उन्हें उचित मुआवजा भी दिया जाए।” उन्होंने एक तस्वीर भी साझा की।
उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि सरकार की ओर से तत्काल राहत और बचाव कार्य के निर्देश दिए गए हैं। दुर्घटना की जांच होगी और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी हादसे पर दुख जताते हुए घायलों को उचित इलाज और हादसे की जांच के निर्देश दिए हैं।
हादसे की जांच
इस घटना की जांच की जाएगी ताकि भविष्य में ऐसी दुर्घटनाओं से बचा जा सके। प्रशासनिक टीम और स्थानीय लोग मिलकर राहत और बचाव कार्य में जुटे हुए हैं।
Kannauj Railway Accident ने सभी को चौंका दिया है और यह घटना रेलवे निर्माण की सुरक्षा मानकों पर सवाल खड़े कर रही है। अभी भी घायलों को मलबे से निकालने का प्रयास जारी है और उम्मीद है कि सभी मजदूर जल्द से जल्द सुरक्षित निकाल लिए जाएंगे।
Kannauj Railway Accident की यह घटना बेहद दुखद है और इससे सीख लेने की आवश्यकता है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों। स्थानीय प्रशासन और लोगों की तत्परता ने कई जानें बचाने में मदद की है।
कन्नौज में हुए Kannauj Railway Accident ने एक बार फिर से यह साबित कर दिया कि सुरक्षा में लापरवाही कितनी घातक हो सकती है। ऐसे हादसों से बचने के लिए ठोस कदम उठाने की जरूरत है।
इस Kannauj Railway Accident ने सभी को हिलाकर रख दिया है और इसे रोकने के लिए उचित जांच और कार्रवाई आवश्यक है। उम्मीद है कि घायलों को जल्द से जल्द राहत मिलेगी और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
Kannauj Railway Accident को लेकर प्रशासनिक टीम और स्थानीय लोग अभी भी सक्रिय हैं और राहत कार्य तेजी से जारी है। हमें उम्मीद है कि जल्द ही सभी मजदूर सुरक्षित निकल आएंगे।
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