हमास और इजराइल के बीच जारी संघर्ष ने पूरे क्षेत्र में कोहराम मचा दिया है। 7 अक्टूबर, 2023 को हमास द्वारा किए गए हमले के बाद से गज़ा में इजराइल की लगातार बमबारी जारी है। लेकिन इस युद्ध ने इजराइली सेना और सरकार दोनों को गहरी चुनौती में डाल दिया है।
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Israel Hamas War Updates:
हमास का ‘फांसी बम’ और इजराइल की सेना
हमास के हमलों ने इजराइली सैनिकों के बीच एक अनोखा और गहरा मानसिक तनाव पैदा कर दिया है। इजराइल में सैनिकों के आत्महत्या के मामलों ने 13 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। “फांसी बम” के नाम से चर्चित यह स्थिति इजराइली सैनिकों के लिए बेहद घातक साबित हो रही है। वर्ष 2023 में इजराइल की सेना में 17 सैनिकों ने आत्महत्या की, जिसमें से सात ने 7 अक्टूबर के बाद ऐसा कदम उठाया। 2024 में यह संख्या और बढ़कर 21 हो गई।
गज़ा में युद्ध, लेकिन मातम इजराइल में
गज़ा में इजराइल की सेना की स्थिति बेहद कठिन है। उत्तरी गज़ा में हालात ऐसे बन गए हैं कि वहां से इजराइली सेना को पीछे हटने का आदेश दिया गया है। लगातार बढ़ रहे हमलों और गज़ा में हो रही बमबारी के बावजूद हमास अभी तक इजराइल के नियंत्रण में नहीं आया है।
इजराइली सेना में बढ़ता आत्महत्या का ग्राफ
गज़ा में जारी युद्ध के बीच, इजराइली सैनिकों का मानसिक स्वास्थ्य गंभीर चिंता का विषय बन गया है। Times of Israel और Jerusalem Post जैसी प्रमुख मीडिया रिपोर्ट्स में यह खुलासा हुआ है कि युद्ध से लौटे सैनिक अब अपनी जान ले रहे हैं। 2022 में 14 सैनिकों ने आत्महत्या की थी, जबकि 2023 और 2024 में यह संख्या तेजी से बढ़ी।
नेतन्याहू सरकार पर बढ़ता दबाव
इस समय इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू पर भारी दबाव है। गज़ा में युद्ध के खिलाफ तेल अवीव में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि नेतन्याहू की सरकार को युद्ध रोकने के लिए कदम उठाने चाहिए।
हमास की रणनीति और इजराइल की चुनौतियां
हमास की रणनीति ने इजराइल के लिए नई मुश्किलें खड़ी कर दी हैं। हमास का दावा है कि उसने इजराइल के 1600 से अधिक सैनिकों को मार डाला है और 3400 से अधिक को घायल किया है। इजराइल की सेना के टैंक और बख्तरबंद गाड़ियां हमास के एंटी-टैंक दस्तों के लिए आसान निशाना बन रही हैं।
गज़ा में जारी संघर्ष और सैनिकों की हताशा
गज़ा के युद्ध ने इजराइली सेना को मानसिक और शारीरिक रूप से कमजोर कर दिया है। हजारों सैनिकों ने मानसिक तनाव का हवाला देते हुए युद्ध में लड़ने से मना कर दिया है। रिज़र्व फोर्स में भी डर और असंतोष साफ नजर आ रहा है।
अंतरराष्ट्रीय मीडिया का ध्यान
फ्रांस, अमेरिका और अन्य देशों की मीडिया में भी इजराइली सेना के बढ़ते आत्महत्या के मामलों को प्रमुखता से दिखाया गया है। यह एक गंभीर संदेश है कि गज़ा में जारी युद्ध का असर इजराइल के सामाजिक और मानसिक ढांचे पर पड़ रहा है।
क्या है आगे की राह?
गज़ा में 500 दिनों से जारी इस युद्ध ने इजराइल को कई सवालों के घेरे में खड़ा कर दिया है। ‘Israel Hamas War’ की स्थिति ने साबित कर दिया है कि केवल हथियारों के बल पर शांति स्थापित करना संभव नहीं है। इजराइल की सरकार और सेना को अब आत्ममंथन करने की जरूरत है ताकि सैनिकों और जनता की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
निष्कर्ष
‘Israel Hamas War’ ने इजराइल और हमास दोनों के लिए चुनौतियां खड़ी कर दी हैं। जहां गज़ा में लड़ाई जारी है, वहीं इजराइल के भीतर जनता और सेना के बीच तनाव बढ़ रहा है। यह स्थिति साफ संकेत देती है कि इस युद्ध को रोकने के लिए ठोस और स्थायी समाधान की आवश्यकता है।
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