उत्तर प्रदेश के संभल जिले में हाल ही में जो हिंसा हुई, उसके बाद पुलिस ने कड़ा एक्शन लिया है। जिले में तनाव की स्थिति को देखकर प्रशासन ने तुरंत अलर्ट जारी कर दिया है।

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने साम्भल में हुई हिंसा पर कहा है कि धर्म, महापुरुषों और संतों के खिलाफ गलत बातें बोलना बिल्कुल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

संभल हिंसा मामले पर डीएम राजेंद्र पेंसिया ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि जामा मस्जिद के सदर जफर अली साहब का एक भ्रामक बयान सामने आया है

हिंसा को लेकर देवकीनंदन ठाकुर ने कहा कि सच के लिए कदम उठाने पर बार-बार हमलों का शिकार होना पड़ रहा है।

"भाई, जामा मस्जिद और हरिहर मंदिर के मामले में हिंदू पक्ष के वकील विष्णु शंकर को लगातार धमकियां मिल रही हैं। उनका कहना है कि उन्हें बार-बार धमकाया जा रहा है।"

पुलिस ने सीसीटीवी और गवाहों की मदद से हिंसा में शामिल लोगों की पहचान कर 50 से ज्यादा लोगों को हिरासत में लिया है।

अखिलेश यादव ने संभल हिंसा को भाजपा की साजिश बताते हुए चुनाव में धांधली और सपा-बीएसपी गठबंधन को कमजोर करने की कोशिश का आरोप लगाया।

हिंसा को देखते हुए जिले में धारा 144 लागू कर दी गई है, जिसके तहत चार या उससे अधिक लोगों के एकत्र होने पर प्रतिबंध है।

संभल पुलिस का संदेश: "शांति बनाए रखें, खुद कानून हाथ में न लें, और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तुरंत जानकारी दें।