🚀 इसरो का स्पेक्स मिशन: एक नई उड़ान 🌌 विवरण: सोमवार रात 10 बजे, इसरो ने एक और इतिहास रच दिया!
लॉन्च की खबर: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने सोमवार रात 10 बजे स्पेक्स मिशन लॉन्च किया। 👉 पीएसएलवी सी-166 रॉकेट से इस मिशन को रवाना किया गया।
क्या है स्पेक्स मिशन? – अंतरिक्ष में दो यानों को जोड़ने (डॉक) और अलग करने (अनडॉक) की तकनीक का प्रदर्शन। – यह इस साल का आखिरी मिशन है।
भारत के लिए क्यों खास? अगर मिशन सफल हुआ तो भारत अमेरिका, रूस और चीन के क्लब में शामिल हो जाएगा। 👉 यह भारत के अंतरिक्ष स्टेशन और चंद्रयान-4 जैसी योजनाओं के लिए मददगार होगा।
शुरुआती देरी: पहले लॉन्च का समय 9:58 रात था, लेकिन इसे 10 बजे कर दिया गया। 👉 इस बदलाव की कोई आधिकारिक वजह नहीं बताई गई।
डॉकिंग और अनडॉकिंग कैसे होगी? – दोनों यान 24 घंटे में 20 किलोमीटर की दूरी पर होंगे। – धीरे-धीरे ये दूरी 3 मीटर तक कम होगी। – फिर होगा डॉकिंग का प्रदर्शन।
मिशन की खासियत: – दो छोटे उपग्रहों का इस्तेमाल। – तकनीक सस्ती और असरदार है। 👉 यह उपग्रहों की मरम्मत और ईंधन भरने जैसे कामों में मदद करेगा।
इसरो प्रमुख ने क्या कहा? इसरो प्रमुख एस. सोमनाथ ने लॉन्च के बाद कहा: "रॉकेट ने उपग्रहों को सही कक्षा में पहुंचा दिया। पूरी टीम को बधाई!"
मिशन का उद्देश्य: – जब अंतरिक्ष में कई ऑब्जेक्ट होते हैं, उन्हें जोड़ने की जरूरत होती है। – इस तकनीक से भविष्य के मिशन आसान और सफल होंगे।
आपकी राय: 🌟 स्पेक्स मिशन ने भारत को अंतरिक्ष में नई ऊंचाई पर पहुंचा दिया। 👉 इसरो की इस सफलता पर क्या आप गर्व महसूस कर रहे हैं?