चक्रवाती तूफान फिंगल ने तमिलनाडु और पुडुचेरी में भारी तबाही मचाई है। पिछले दो दिनों से मूसलधार बारिश के कारण कई इलाके बाढ़ की चपेट में आ गए हैं।

उत्तर तमिलनाडु के बल्लूपुर जिले में सड़कों और घरों में पानी भर गया है। वहीं, तिरुवन्नामलाई जिले में एक घर भूस्खलन की चपेट में आ गया, जिसमें 5 लोगों की मौत हो गई और 2 लोग लापता हैं।

मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने कहा कि इस प्राकृतिक आपदा से 7 लाख परिवार प्रभावित हुए हैं। उन्होंने केंद्र सरकार से 2000 करोड़ रुपए की मदद की अपील की है।

चक्रवाती तूफान ने तमिलनाडु के 14 जिलों में भारी नुकसान पहुंचाया है। तंजावूर, तिरुवरूर, नागपट्टनम, चेन्नई, कांचीपुरम, और विल्लूपुरम जैसे इलाकों में भारी बारिश हुई।

1 दिसंबर को फिंगल तट से टकराया और उसके बाद विल्लूपुरम, काला कुरू, कुड्डालोर और तिरुवन्नामलाई में सड़कों और बिजली लाइनों को नुकसान हुआ।

थेन पिन्नई नदी में उफान और कुड्डालोर व विल्लूपुरम में बाढ़ के कारण सड़कों पर 2 फीट तक पानी भर गया। कई घरों में जलमग्न हो गए हैं और कई इलाकों में पेड़ सड़कों पर गिर गए हैं।

पश्चिम तमिलनाडु के कृष्णागिरी और धर्मपुरी जिले में अभूतपूर्व बाढ़ आई है। 2 दिसंबर को भारी बारिश ने सड़क के निचले इलाकों में कार और वैन को बहा दिया।

फिंगल का असर अभी भी बना हुआ है। मौसम विभाग के अनुसार, यह उत्तरी केरल और कर्नाटक की ओर बढ़ेगा और 3 दिसंबर को अरब सागर में चले जाएगा।

आईएमडी ने उत्तरी केरल और कर्नाटक के कुछ जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है।

ये प्राकृतिक आपदाएं हर किसी के लिए चिंता का कारण हैं। सबकी मदद जरूरी है!