क्या BPSC ReExam पर हाई कोर्ट देगा बड़ा झटका?

क्या BPSC ReExam पर हाई कोर्ट देगा बड़ा झटका?

पटना हाई कोर्ट में नया ड्रामा, सुनवाई की तारीख तय!
बीपीएससी परीक्षा का मामला अब हाई कोर्ट के दरवाजे पर पहुंच गया है। प्रशांत किशोर, जो अब केवल राजनीति ही नहीं, बल्कि छात्रों की भी आवाज बन चुके हैं, ने पटना हाई कोर्ट में धांसू अंदाज में याचिका डाल दी है। उन्होंने कहा, “भाई, बिना री-एग्जाम (BPSC ReExam) के ये मामला सुलझेगा नहीं!” और हाई कोर्ट ने तारीख भी दे डाली – 15 जनवरी। तो, अपने कैलेंडर पर इस दिन को गोले में घेर लें।

सुप्रीम कोर्ट की सलाह: पटना जाइए, वही सही मंच है!
पहले तो यह ड्रामा सुप्रीम कोर्ट तक पहुंचा। लेकिन सीजीआई संजीव खन्ना ने बड़े ही सधे अंदाज में कहा, “भैया, यहां काहे आए हो? पटना हाई कोर्ट जाओ। वो ज्यादा स्मार्ट हैं ऐसे मामलों में।” अनुच्छेद 226 का ज्ञान देते हुए सुप्रीम कोर्ट ने छात्रों को हाई कोर्ट का रास्ता दिखा दिया।

याचिका की डिमांड: री-एग्जाम या फिर कुछ नहीं!
याचिका में मांग की गई है कि बीपीएससी री-एग्जाम (BPSC ReExam) के बिना रिजल्ट न छापे जाएं। जन सुराज पार्टी ने तगड़ी दलील दी है कि छात्रों का हक मारा गया है और जब तक दोबारा परीक्षा नहीं होगी, तब तक ये मामला शांत नहीं होगा।

पटना में हाई-वोल्टेज ड्रामा
पटना में छात्रों ने सड़कों पर उतरकर ऐसा बवाल किया कि पुलिस को लाठीचार्ज और वाटर कैनन तक का सहारा लेना पड़ा। ठंड में पानी का ऐसा शॉवर मारा कि प्रदर्शनकारियों ने ठिठुरते हुए कहा, “भाई, हम तो बस री-एग्जाम मांग रहे थे।”

BPSC ReExam की क्यों पड़ी जरूरत?
अब सवाल ये है कि बीपीएससी री-एग्जाम (BPSC ReExam) इतना जरूरी क्यों हो गया है? छात्रों का कहना है कि परीक्षा में घपलेबाजी हुई है और बिना दोबारा परीक्षा के उनका भविष्य अधर में लटक जाएगा।

अनुच्छेद 226: छात्रों का सुपरहीरो!
प्रशांत किशोर ने हाई कोर्ट में अनुच्छेद 226 का सहारा लिया। यह संविधान का वह मास्टरस्ट्रोक है जो कहता है कि सरकार की गड़बड़ियों को कोर्ट में चैलेंज करो। पटना हाई कोर्ट ने इस पर ध्यान देते हुए कहा, “आइए, सुनवाई करेंगे।”

प्रशांत किशोर: छात्रों के नए चैंपियन
अब तक राजनीति में व्यस्त रहने वाले प्रशांत किशोर ने इस बार छात्रों का झंडा उठाया है। उनकी पार्टी जन सुराज ने यह याचिका डाली और छात्रों का हीरो बनने का पूरा ठेका ले लिया। प्रशांत जी ने तो साफ कह दिया, “री-एग्जाम (BPSC ReExam) के बिना चैन से नहीं बैठूंगा।”

15 जनवरी: हाई कोर्ट का फैसला या सस्पेंस का नया एपिसोड?
अब सबकी नजरें 15 जनवरी पर हैं। क्या हाई कोर्ट री-एग्जाम (BPSC ReExam) का आदेश देगा या छात्रों को फिर से सड़कों पर उतरना पड़ेगा? यह सवाल फिलहाल हर किसी की जुबान पर है।

निष्कर्ष: छात्रों के भविष्य पर संकट या सॉल्यूशन?
बीपीएससी विवाद ने छात्रों के साथ-साथ जनता को भी सोचने पर मजबूर कर दिया है। पटना हाई कोर्ट में इस ड्रामे का अगला एपिसोड क्या होगा, यह देखना दिलचस्प होगा। अपडेट के लिए बने रहें, क्योंकि यह मामला इतना भी सरल नहीं जितना दिख रहा है। और हां, BPSC ReExam का नाम याद रखिए, यह आजकल ट्रेंडिंग है!


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